Posts by: Amit Patil
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर यात्रा पूरी की, भारत के लिए रवाना हुए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 05 सितंबर को अपनी सिंगापुर यात्रा पूरी की और भारत के लिए रवाना हो गए। अपनी इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शानमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, वरिष्ठ मंत्री ली ह्सियन लूंग और एमेरिटस वरिष्ठ मंत्री गोह चोक टोंग से महत्वपूर्ण मुलाकातें कीं। इन बैठकों में भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।
यात्रा के दौरान, कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए, जो दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को नई दिशा देंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के जीवंत व्यापारिक समुदाय के नेताओं से भी मुलाकात की, जिससे भारत और सिंगापुर के आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिली।
यह यात्रा भारत और सिंगापुर के मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक के कुछ ही दिनों बाद हो रही है। 26 अगस्त को आयोजित इस बैठक में, भारत के चार केंद्रीय मंत्रियों और सिंगापुर के छह मंत्रियों ने भाग लिया था। बैठक में डिजिटलीकरण, कौशल विकास, स्थिरता, स्वास्थ्य, उन्नत विनिर्माण और कनेक्टिविटी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की पहचान की गई और इन पर विचार विमर्श किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर यात्रा ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त किया है और आने वाले दिनों में इस सहयोग के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
नेपाल: इंडिगो ने काठमांडू के त्रिभुवन हवाई अड्डे के लिए आरएनपी एआर उड़ान प्रक्रिया अपनाई
इंडिगो एयरलाइंस ने काठमांडू में परिचालन के लिए आवश्यक नेविगेशन प्रदर्शन प्राधिकरण (आरएनपी एआर) उड़ान प्रक्रिया को अपनाने वाली पहली भारतीय वाहक बनकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह प्रक्रिया त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित और अधिक कुशल लैंडिंग की सुविधा प्रदान करती है, जो हिमालय से घिरी घाटी में स्थित है।
आरएनपी एआर तकनीक विशेष रूप से भौगोलिक रूप से चुनौतीपूर्ण और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन की गई है। त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टेबल-टॉप रनवे और आसपास के कठिन इलाके के चलते पायलटों को टेक-ऑफ और लैंडिंग के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है। इस तकनीक के उपयोग से इन चुनौतियों को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है।
इंडिगो में प्रशिक्षण प्रमुख कैप्टन राजीव सिंह ने बताया कि इंडिगो भारतीय वाहक कंपनियों में काठमांडू के लिए उड़ान भरने वाली पहली कंपनी है जो आरएनपी एआर उड़ान प्रक्रिया को अपनाई है। इस प्रक्रिया को अपनाने से न केवल सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि यह हवाई यात्रा को भी अधिक कुशल बनाएगा।
उल्लेखनीय है कि भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की कैप्टन श्वेता सिंह और सीमा झामनानी, नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की कैप्टन शैलजा मुननकर्मी और अन्य अधिकारी इस प्रणाली की सत्यापन उड़ान में शामिल हुए थे। इस नई प्रणाली के साथ, पारंपरिक उड़ान प्रक्रियाओं की तुलना में सुरक्षा के बारे में अधिक आश्वासन प्रदान किया जा सकता है, जो लंबे समय से प्रचलन में हैं।
सिंगापुर में पीएम मोदी की व्यस्त यात्रा का विवरण: लॉरेंस वोंग से मुलाकात और व्यापारिक केंद्रों का दौरा
04 सितंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सिंगापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘व्यस्त कार्यक्रम’ का विस्तृत विवरण साझा किया। प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर इस यात्रा की जानकारी दी, जिसमें पीएम मोदी के कार्यक्रम के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं का उल्लेख किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के अपने दौरे के दौरान एक अत्यंत व्यस्त शेड्यूल का पालन करेंगे। उनका कार्यक्रम सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात के साथ शुरू होगा। यह बैठक द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने और दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मौका होगी। इस मुलाकात के दौरान, पीएम मोदी और प्रधानमंत्री वोंग विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने, जैसे कि व्यापार, निवेश, और तकनीकी नवाचार पर विचार करेंगे।
इसके अलावा, पीएम मोदी सिंगापुर के राष्ट्रपति और अन्य महत्वपूर्ण नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। उनकी यात्रा के दौरान, सिंगापुर में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ संवाद करने और उनकी समस्याओं को सुनने का भी कार्यक्रम है। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक केंद्रों का दौरा करेंगे, जहां वे व्यापारिक प्रतिनिधियों और उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य भारत और सिंगापुर के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना है, साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना है। इस यात्रा के दौरान, दोनों देशों के बीच कई समझौतों और घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है, जो भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने में सहायक होंगे।
यात्रा के समापन पर, पीएम मोदी एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे, जिसमें वे सिंगापुर में भारत की भूमिका और द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर प्रकाश डालेंगे। यह यात्रा भारत और सिंगापुर के बीच सहयोग की नई संभावनाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
पूर्वोत्तर में शांति के लिए भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, एनएलएफटी और एटीटीएफ के बीच समझौता ज्ञापन
भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीएफ) के बीच शांति और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और अन्य प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति में गृह मंत्रालय में हस्ताक्षर किए गए।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “यह हम सभी के लिए खुशी की बात है कि 35 वर्षों से चल रहे संघर्ष के बाद, आप हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं और पूरे त्रिपुरा के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब से पीएम मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं, उन्होंने शांति और संवाद के माध्यम से एक सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर का विजन पेश किया है।
अमित शाह ने यह भी उल्लेख किया कि पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर के लोगों और दिल्ली के बीच की दूरी को न केवल सड़क, रेल और हवाई संपर्क के माध्यम से समाप्त किया, बल्कि लोगों के दिलों के बीच की दूरी को भी मिटाया है। इस समझौते के माध्यम से, क्षेत्र में स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
भोपाल के स्कूल छात्रों ने खराब व्यवस्था पर विरोध में पंखे और खिड़कियां तोड़ी
भोपाल के सरकारी स्कूल के छात्रों ने स्कूल परिसर में खराब व्यवस्थाओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने शिकायत की कि उन्हें अत्यंत खराब स्थिति में रखा गया है, और उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें गैर-उचित काम जैसे डायपर साफ करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने गुस्से में आकर पंखे और खिड़कियां तोड़ दीं, जिससे स्कूल में स्थिति और गंभीर हो गई। इस विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए शिक्षक और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए कार्रवाई की और स्कूल परिसर में शांति बहाल करने की कोशिश की।
छात्रों का यह विरोध प्रदर्शन स्कूल प्रबंधन द्वारा की जा रही उपेक्षा और अव्यवस्थाओं के प्रति उनकी निराशा को दर्शाता है।
अखिलेश यादव ने सीएम योगी के बुलडोजर तंज पर किया पलटवार
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर वाले बयान पर तीखा पलटवार किया है। मुख्यमंत्री योगी ने अक्सर बुलडोजर का उपयोग अवैध निर्माण और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के प्रतीक के रूप में किया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, अखिलेश यादव ने कहा, “बुलडोजर में दिमाग नहीं होता, वो स्टेयरिंग से चलता है। उत्तर प्रदेश की जनता किसी के बुलडोजर का स्टेयरिंग बदल सकती है।”
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर उन लोगों पर बुलडोजर चलाया, जिनसे वे व्यक्तिगत रूप से बदला लेना चाहते थे। उन्होंने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री आवास का नक्शा पास हुआ था, और यदि हां, तो कागज दिखाने की मांग की।
उन्होंने यह भी पूछा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बुलडोजर का उपयोग नहीं किया जा सकता, तो क्या सरकार अब तक चल रहे बुलडोजर के लिए माफी मांगेगी। अखिलेश यादव ने यह आरोप लगाया कि बुलडोजर के माध्यम से लोगों को अपमानित किया गया और उन पर अत्याचार किया गया।
अखिलेश ने कहा कि “दिल और दिमाग” की बात करें, तो वह सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि बुलडोजर में दिमाग नहीं होता, वह केवल स्टेयरिंग से चलता है। उन्होंने यह भी जोड़ते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता उस स्टेयरिंग को बदलने की ताकत रखती है, जो बुलडोजर को नियंत्रित करता है।
सूरत में बाढ़ की गंभीर स्थिति, सामान्य जनजीवन ठप्प
गुजरात के सूरत में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहाँ जिले के कई हिस्से बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। इस स्थिति के कारण सामान्य जनजीवन पूरी तरह से ठप्प हो गया है। ड्रोन से ली गई तस्वीरों में क्षेत्र की गंभीर स्थिति स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है, जिसमें सड़कों, मकानों और अन्य स्थानों पर बाढ़ के पानी का अतिक्रमण दिख रहा है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सूरत में अगले सात दिनों तक लगातार बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। बाढ़ के कारण परिवहन, बिजली आपूर्ति और अन्य सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे स्थानीय निवासियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और राहत दल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन भारी बारिश और बाढ़ की चुनौती को देखते हुए स्थिति सुधारने में समय लग सकता है।
ઓલિમ્પિક ચેમ્પિયન અને ફિગર સ્કેટર તાતિયાના નવકાનો વર્લ્ડ ક્લાસ આઈસ શો “શેહેરાઝાદે”નું ભારતના ગુજરાતમાં આવેલા અમદાવાદમાં એકા એરેના ખાતે પ્રીમિયર થશે
એક પૌરાણિક કથા, એક વિસ્મરણીય આઈસ પર્ફોર્મન્સ ભારતમાં આવનારા ઓક્ટોબરમાં જોવા મળશે
નેશનલ, 30મી ઑગસ્ટ 2024: ભારત પ્રથમ વખત આઇસ સ્કેટિંગ, થિયેટર અને અરેબિયન વાર્તાઓના એક અદ્ભુત સંગમ જોવા મળશે. જેમાં ઓલિમ્પિક ગોલ્ડ મેડલિસ્ટ ફિગર સ્કેટર તાતિયાના નવકાનો વિશેષતા વાળો તેમજ સમીક્ષકો દ્વારા વખાણાયેલો ‘ શેહેરાઝાદે’ આઇસ શોનું આગમન થશે.
વન થાઉઝન્ડ એન્ડ વન નાઈટ્સની સુપ્રસિદ્ધ વાર્તાઓથી પ્રેરિત આ અસાધારણ પ્રસ્તુતિ સંગીત, નૃત્ય, એનિમેશન અને અત્યાધુનિક વિડિયો મેપિંગ ટેકનોલોજીના અદભૂત સંગમ સાથે પ્રેક્ષકોને મોહિત કરવાનું વચન આપે છે.
ભારતની સૌથી મોટી માર્કેટિંગ કોમ્યુનિકેશન અને અનુભવી કંપનીઓ પૈકીની એક લક્ષ્ય મીડિયા ગ્રુપના સહયોગથી મૂળ આઈસ શો બનાવવા, સ્ટેજિંગ કરવા અને પ્રવાસ કરવા માટે જાણીતી અગ્રણી આંતરરાષ્ટ્રીય પ્રોડક્શન કંપની નવકા શો કંપની દ્વારા આયોજિત આ અદભૂત ઈવેન્ટ અમદાવાદના એક એરેના ખાતે યોજાશે. આ શાનદાર કાર્યક્રમ 18મી થી 20મી ઓક્ટોબર 2024 સુધી ફાઇવ પરફોર્મન્સની એક વિશેષ સીમિત રેન્જ ગુજરાતના અમદાવાદમાં આવેલા એકા એરેનામાં આયોજિત કરવામાં આવશે
શેહેરાઝાદે ઓલિમ્પિક, વિશ્વ અને યુરોપીયન ચેમ્પિયન સહિત વિશ્વ વિખ્યાત ફિગર સ્કેટર્સની કલાત્મકતા દ્વારા પ્રેમ અને સાહસની મોહક વાર્તાઓને જીવંત કરે છે.
સ્ટાર સ્ટડેડ ઇન્ટરનેશનલ કાસ્ટમાં શેહેરાઝાદે તરીકે સાઇસ વિક્ટોરિયા સિનિત્સિના તરીકે તાતિયાના નવકા, શહરયાર તરીકે નિકિતા કાત્સાલાપોવ, કિંગ મિરગાલી તરીકે પોવિલાસ વનાગાસ, અલાદ્દીન તરીકે ઇવાન રિઘિની અને જિન તરીકે એગોર મુરાશોવ જોવા મળશે.
દરેક પ્રદર્શન ફિગર સ્કેટિંગના અદ્ભુત પ્રેરણાદાયી પરાક્રમોનું વચન આપે છે, જે પ્રેક્ષકોને જાદુઈ ક્ષેત્રમાં લઈ જશે જ્યાં બરફ પર નૃત્ય એક થિયેટ્રિકલ અજાયબી બની જાય છે.
તાતિયાના નવકા જે ઓલિમ્પિક ચેમ્પિયન, બે વખતની વર્લ્ડ ચેમ્પિયન, ત્રણ વખતની ગ્રાન્ડ પ્રિકસ ફાઈનલ ચેમ્પિયન અને ત્રણ વખત યુરોપિયન ચેમ્પિયન છે. આ સાથે નિર્માતા, દિગ્દર્શક અને કોરિયોગ્રાફર તેમજ એવુ બ્રેન છે જેને આ શોને ભારતમા લાવવા માટે પોતાનો ઉત્સાહ વ્યક્ત કર્યો હતો
નવકાએ કહ્યું કે , “શેહેરાઝાદે માત્ર એક શો નથી તે અજાયબીની દુનિયાની સફર છે. અમે ભારતીય પ્રેક્ષકો સાથે આ જાદુઈ અનુભવ શેર કરવા માટે રોમાંચિત છીએ, જેઓ અમારા ચેમ્પિયન કલાકારોને આ કાલાતીત વાર્તાઓને બરફ પર જીવંત બનાવતા જોશે”.
આ ભવ્ય સ્કેલ આઈસ શો ભારત પ્રથમ વખત આવી અનોખી ઈવેન્ટનું આયોજન કરશે. જટિલ કોરિયોગ્રાફી અને નાટકીય લાઇટિંગથી લઈને અદભૂત કોસ્ચ્યુમ અને ઇમર્સિવ સ્ટોરીટેલિંગ સુધીના દરેક એલિમેન્ટ એક અનફર્ગેટેબલ એક્સપિરિયન્સ દર્શાવે છે.
વિશ્વ કક્ષાના સ્કેટર્સના સ્પેલબાઈન્ડિંગ પર્ફોર્મન્સ અને નિર્ભેળ કલાત્મકતા જોઈને પ્રેક્ષકો મંત્રમુગ્ધ થઈ જશે, કારણ કે તેઓ વિસ્તરીત આઈસ રિંક પર સરકશે, સ્પિન કરશે અને કૂદશે.
શો શેડ્યૂલ (કૃપા કરીને નોંધ લેશો – શોના સમય બદલવાને આધીન છે):
· 18મી ઑક્ટોબર 2024 (શુક્રવાર): સાંજે 7:00 વાગ્યે શો
· 19મી ઓક્ટોબર 2024 (શનિવાર): બપોરે 2:00 અને સાંજે 7:00 વાગ્યે શો
· 20મી ઓક્ટોબર 2024 (રવિવાર): બપોરે 12:00 અને સાંજે 4:00 વાગ્યે શો
આ શોને જોવાનું ચૂકશો નહીં!
જનરલ પાર્ટનર પીજેએસસી એનકે રોસનેફ્ટ ભારતમાં શેહેરાઝાદે આઈસ શો ટૂરને સમર્થન કરે છે, જેનાથી ભારતીય પ્રેક્ષકો માટે વિશ્વ કક્ષાનું ઉત્પાદન સુનિશ્ચિત થાય છે. તાતિયાના નવકા દ્વારા શેહેરાઝાદે આઇસ શોની માટેની ટિકિટ બુક માય શો (BookMyShow) પર ઉપલબ્ધ છે.
ગરીબ બાળકો માટે કાર્ય કરતી સંસ્થા ભરારી ફાઉન્ડેશન દ્વારા આજે નવા કાર્યક્રમ વિશે ચર્ચા કરાઈ
ઝુપડપટ્ટી વિસ્તારમાં રહેતા ગરીબ બાળકોના માટે કાર્ય કરતી અને શિક્ષા ક્ષેત્રમાં કાર્યરત નિરપેક્ષ ફાળો આપતી સંસ્થા ભરારી ફાઉન્ડેશન દ્વારા આજે ફાઉન્ડેશનના સભ્યોની મિટિંગનુ આયોજન કરવામાં આવ્યું. જેમાં ફાઉન્ડેશનમાં ચાલતી શૈક્ષણિક તેમજ સાંસ્કૃતિક પ્રવૃત્તિઓની ચર્ચા કરવામાં આવી. કાર્યકારિણીની મંડળ સમય પૂર્ણ થવા અંગે તેમજ સૌના સંમતિથી નવા કાર્યકારિણી મંડળની રચના અંગે નિર્ણય લેવામાં આવ્યો. તેની સાથે સાથે દર વર્ષે ભરારી ફાઉન્ડેશન દ્વારા લેવામા આવતી સામાન્ય જ્ઞાન પરીક્ષા 2024 આયોજન અંગે ચર્ચા કરવામાં આવી. તેમજ ફાઉન્ડેશનના સદસ્યશ્રી મહેન્દ્ર જગન્નાથ ખંગાર ( ન.પ્રા.શિક્ષક , સુરત મહાનગરપાલિકા ) એમને શિક્ષા ક્ષેત્રે કરેલા ઉત્કૃષ્ટ કાર્યો અને યોગદાનને ધ્યાને રાખી લખનઉ , ઉત્તરપ્રદેશ ખાતે ” ગીજુભાઈ બધેકા રાષ્ટ્રીય શિક્ષક સન્માન ૨૦૨૪ ” થી સન્માનિત કરવામાં આવશે.તેથી ભરારી ફાઉન્ડેશનના સંસ્થાપક શ્રી નિતીન સૈદાણે જી દ્વારા સંસ્થા વતી તેમનો સન્માન કરી હાર્દિક શુભેચ્છા આપવામાં આવી. તેની સાથે સાથે સૌ. રજીથા મિટકુલ ( આચાર્યા, અર્ચના વિદ્યાનિકેતન ) તેમજ શ્રી ચંદુભાઈ ભાલીયા ( શિક્ષક)એમને શિક્ષા ક્ષેત્રે આપેલ યોગદાન માટે ફાઉન્ડેશન દ્વારા તેમને સન્માનિત કરવામાં આવ્યા. તેમજ શુભેચ્છાઓ પાઠવવામાં આવી.
આપ’ના ગુજરાત મહામંત્રી શ્રી રાકેશ હિરપરાની આગેવાનીમાં મુખ્યમંત્રીને નીચે મુજબનું આવેદનપત્ર પાઠવવામાં આવ્યું.
મધ્યાહન ભોજન યોજના (પી.એમ.પોષણ યોજના) અંતર્ગત સરકારી શાળાના બાળકોને એક વખતનું ભોજન તેમજ એક વખતનો નાસ્તો આપવામાં આવે છે, પણ તાજેતરમાં જ સરકારે નિર્ણય લીધેલ છે કે એક વખતના આ નાસ્તામાં કાપ મુકીને હવેથી માત્ર એક વખતનું ભોજન જ આપવામાં આવશે.
એક (કુ)તર્ક એવો આપવામાં આવી રહ્યો છે કે વ્યવસ્થાના ભાગરૂપે તેમજ પૈસા બચાવવા માટે આ નિર્ણય લેવામાં આવી રહ્યો છે. રાજ્યમાં ભ્રષ્ટાચાર અને ગેરવહીવટને કારણે પ્રજાના ટેક્સના કરોડો-અબજો રૂપિયાનો બગાડ થાય છે ત્યાં વ્યવસ્થા સુધારવાનો અને પૈસા બચાવવાનો વિચાર સરકારને કેમ નથી આવતો ? અને ગરીબ બાળકોને મળતાં એક વખતના નાસ્તામાં સરકારને પૈસા બચાવવા છે ?
પોતાનું આ પાપ છુપાવવા માટે, આજના તમામ વર્તમાનપત્રોમાં સરકારે આ મધ્યાહન ભોજન યોજના (પી.એમ.પોષણ યોજના)ના ખોટા વખાણ કરતી પેઈડ-જાહેરાતો આપી છે અને આ જાહેરાતો પાછળ કરોડોનો ખર્ચ કરેલ છે, તો ત્યાં પૈસા બચાવવાની સરકારને ખબર નથી પડતી ?
ભારતીય સભ્યતા અને સંસ્કૃતિ તો અન્નદાન અને એમાંય બટુક ભોજનનો મહિમા ગાય છે, લોકો પોતાના પૈસે ભૂખ્યાને અને ખાસ કરીને બાળકોને ભોજન કરાવે છે, જયારે સરકારે તો પ્રજાના પૈસે ગરીબ બાળકોને જમાડવાના છે તોપણ સરકારને શું તકલીફ છે ?
લોકસભામાં તાજેતરમાં રજૂ થયેલા રિપોર્ટ અનુસાર, ગુજરાતમાં 5 વર્ષથી ઓછી વયના 39.73 % બાળકો કુપોષિત છે. એટલે કે, રાજ્યમાં પ્રત્યેક ચોથું બાળક કુપોષણની સમસ્યા ધરાવે છે. આ ઉપરાંત 21.39 % બાળકોને નિર્ધારિત માપદંડ કરતાં ઓછું વજન ધરાવે છે. જૂન 2024 માં કુપોષણની સૌથી વધુ સમસ્યા હોય તેવા રાજ્યોમાં ગુજરાત છઠ્ઠા સ્થાને હતું.
ફેબ્રુઆરીમાં ગુજરાત વિધાનસભામાં સરકારે પોતે રજૂ કરેલા આંકડાઓ અનુસાર ગુજરાતમાં 6,10,292 બાળકો કુપોષિત અને 1,31,419 બાળકો અતિકૂપોષિત હોવાનું સામે આવ્યુ છે. છેલ્લા પાંચ વર્ષમાં કુપોષિત બાળકોની સંખ્યામાં ચાર ગણો વધારો થયો છે એટલે કે કુપોષણની સમસ્યા ઘટવાને બદલે વધી રહી છે, તો આ પરિસ્થિતિમાં બાળકોને આપવામાં આવતા નાસ્તા ઉપર કામ મુકવાનો કોઈ અર્થ ખરો ?
ગુજરાતના તમામ વાલીઓ તેમજ ઈમાનદાર કરદાતાઓ વતી અમારી માંગણી છે કે ગુજરાતની તમામ સરકારી શાળાઓમાં મધ્યાહન ભોજન યોજના (પી.એમ.પોષણ યોજના) અંતર્ગત આપવામાં આવતું ભોજન તેમજ નાસ્તો યથાવત રાખવામાં આવે અને પૈસા બચાવવા માટે ભ્રષ્ટાચારો ઉપર કાપ મુકવામાં આવે.
આભાર. વંદે માતરમ.